Class 6 Sanskrit Chapter 3 शब्द परिचयः 3 Summary Notes
शब्द परिचयः 3 पाठ का परिचय
इस पाठ में अकारान्त नपुंसकलिङ्ग शब्दों से परिचय कराया गया है। वस्त्र, फल, क्षेत्र, अन्न, बसयान, धन आदि नपुंसकलिङ्ग शब्द होते हैं। हम सीख चुके हैं कि संस्कृत में संज्ञा और सर्वनाम के रूप लिंग पर आधारित होते हैं। वचन के अनुसार भी उनमें रूपांतर आता है। संक्षेप में देखते हैं
शब्द परिचयः 3 Summary
प्रस्तुत पाठ में अकारान्त नपुंसकलिंग शब्दों का परिचय चित्रों के माध्यम से कराया गया है। प्रत्येक शब्द के साथ उसका वाचक चित्र दिया गया है। जो शब्द न पुंल्लिङ्ग होते हैं और न ही स्त्रीलिङ्ग, उन्हें नपुंसकलिङ्ग के अंतर्गत रखा जाता है। इस पाठ में प्रयुक्त सभी शब्द अकारान्त नपुंसकलिंग हैं। ये शब्द निम्नलिखित हैं
खनित्रम् = कुदाल।
भित्तिकम् = दीवार।
बसयानम् = बस।
करवस्त्रम् = रूमाल।
कदलीफलम् = केला।
विश्रामगृहम् = विश्रामालय।
अगुलीयकम् = अँगूठी।
रेलस्थानकम् = स्टेशन।
पुराणम् = पुराना।
अन्य अकारान्त नपुंसकलिंग शब्द
फलम् (फल), छत्रम् (छाता), पुष्पम् (फूल), जलम् (जल), भवनम् (भवन), पात्रम् (पात्र), गृहम् (घर), कमलम् (कमल), पत्रम् (पत्ता)।
शब्द परिचयः 3 Word Meanings Translation in Hindi
एतत किम्?
एतत् खनित्रम् अस्ति?
श्रमिका खनित्रं चालयति।
तत् किम्?
तत् विश्रामगृहम् अस्ति।
किम् अत्र भित्तिकम् अस्ति?
अत्र भित्तिकं न अस्ति।
शब्दार्थाः (Word Meanings) : एतत् (नपुं०)- यह (this/it), खनित्रम्-कुदाल, फावड़ा (spade), श्रमिका-मज़दूरनी (lady labourer), तत् (नपुं०)-वह (that), विश्रामगृहम्-विश्रामालय, आराम करने की जगह (Rest house), किम्-क्या (what), अत्र-यहाँ (here), भित्तिकम्-दीवार (wall)।
सरलार्थ : – English Translation:
यह क्या है? – What is this?
यह कुदाल/फावड़ा है। – This is a spade.
मज़दूरनी कुदाल/फावड़ा चलाती है। – The lady labourer digs with the spade.
वह क्या है। – What is that?
वह विश्रामघर है। – That is a rest house.
क्या यहाँ दीवार है? – Is there a wall here?
यहाँ दीवार नहीं है। – Here there is no wall.
ध्यातव्यम्-इन वाक्यों में एकवचन का प्रयोग आया है।
एते के?
एते अडुलीयके स्तः।
सुवर्णकारः अङ्कलीयके रचयति।
ते के?
ते बसयाने स्तः।
ते बसयाने कुत्र गच्छतः?
ते रेलस्थानकं गच्छतः।
शब्दार्थाः (Word Meanings) : एते-ये दो (these two), अडुलीयके-दो अंगूठियाँ (two rings), सुवर्णकारः-सोनार (goldsmith), रचयति-बनाता है, (makes), के-क्या (दो) (what), बसयाने-दो बसें (two buses), स्तः (द्विव०)-हैं (dual), कुत्र-कहाँ (where), गच्छतः (द्विव०) -जाते/जाती हैं, (go), रेलस्थानकं-रेलवे स्टेशन (Railway Station)
सरलार्थ : – English Translation:
ये दो क्या हैं? – What are these two?
ये दोनों अंगूठियाँ हैं? – These two are rings?
सुनार दो अंगूठियाँ बनाता है। – The goldsmith makes the two rings.
वे दोनों क्या हैं? – Those two are buses.
ये दोनों बसें हैं। – Those two are buses.
वे दोनों बसें कहाँ जा रही हैं? – Where are those two buses going?
वे दोनों रेलवे स्टेशन जा रही हैं। – Both of those are going to the Railway Station.
ध्यातव्यम्-इन वाक्यों में द्विवचन का प्रयोग आया है।
एतानि कानि?
एतानि करवस्त्राणि सन्ति।
किम् एतानि पुराणानि?
न, एतानि तु नूतनानि।
तानि कानि?
तानि कदलीफलानि सन्ति।
किं तानि मधुराणि?
आम्, तानि मधुराणि पोषकाणि च।
शब्दार्थाः (Word Meanings) : एतानि (नपुं, बहु०)-ये सब (these), कानि-क्या (what (plu.)), करवस्त्राणि-रूमाल (handkerchieves), सन्ति-हैं (are), पुराणानि-पुराने (old), नूतनानि-नए (new), तानि-वे (those), कदलीफलानि-केले (bananas), मधुराणि-मीठे (sweet), पोषकाणि-पोषक/पौष्टिक (nutritious)।
सरलार्थ : English Translation:
ये सब क्या हैं? – What are all these?
ये सब रूमाल हैं। – All these are handkerchieves.
क्या ये सब पुराने हैं? – Are these old?
नहीं, ये सब नए हैं। – No, these are new
वे सब क्या हैं? – What are those?
वे केले हैं। – Those are bananas
क्या वे मीठे हैं? – Are those sweet?
हाँ, वे मीठे और पौष्टिक हैं। – Yes, they are sweet and nutritious.
ध्यातव्यम्-इन वाक्यों में बहुवचन का प्रयोग आया है।