Class 6 Sanskrit Chapter 4 विद्यालयः Summary Notes
विद्यालयः पाठ का परिचय
इस पाठ में तीनों पुरुषों के कर्ता व क्रिया को रुचिकर ढंग से समझाया गया है। बच्चे खेल-खेल में किस प्रकार इनका प्रयोग करें इसका भी निर्देश किया गया है।
विद्यालयः Summary
प्रस्तुत पाठ ‘विद्यालयः’ में सर्वनामों का प्रयोग करना सिखलाया गया है। नाम (संज्ञा) के स्थान पर प्रयुक्त होने वाले शब्द सर्वनाम कहलाते हैं। उदाहरण- सः, सा, तत्, तानि, एषः इत्यादि। ‘एषः विद्यालयः’ सबसे पहले इस वाक्य से यह स्पष्ट होता है कि जो विभक्ति, वचन तथा लिंग शब्द में होता है वही सर्वनाम में भी रहता है। ‘विद्यालयः’ में प्रथमा विभक्ति, एकवचन तथा पुँल्लिग का प्रयोग है।
इसका अनुसरण करते हुए सर्वनाम में भी प्रथमा विभक्ति, एक वचन, पुंल्लिग वाले ‘एषः’ पद का प्रयोग हुआ है। प्रस्तुत पाठ के अंतर्गत पुंल्लिग में एषः (एकवचन) तथा एते (बहुवचन) रूपों के प्रयोग बताए गए हैं। स्त्रीलिंग में एषा (एकवचन) तथा एताः (बहुवचन) पद होते हैं। इसी तरह नपुंसकलिंग में एतत् (एकवचन) व एतानि (बहुवचन) होते हैं। ये सब प्रथम पुरुष के सर्वनाम हैं।
मध्यम पुरुष में त्वम् (एकवचन), यूयम् (बहुवचन) तथा संबंधवाचक ‘तव’ (एकवचन), युष्माकम् (बहुवचन) का प्रयोग बताया है। उत्तम पुरुष में अहम् (एकवचन), वयम् (बहुवचन) के साथ संबंधवाचक मम (एकवचन) तथा अस्माकम् (बहुवचन) के प्रयोग को दर्शाया गया है।
विद्यालयः Word Meanings Translation in Hindi
(क) एषः विद्यालयः।
अत्र छात्राः शिक्षकाः,
शिक्षिकाः च सन्ति।
एषा सङ्गणकयन्त्र-प्रयोगशाला अस्ति।
एतानि सङ्गणकयन्त्राणि सन्ति।
एतत् अस्माकं विद्यालयस्य
उद्यानम् अस्ति।
उद्याने पुष्पाणि सन्ति।
वयम् अत्र क्रीडामः पठामः च।
शब्दार्थाः (Word Meanings) :
एषः-यह (this), अत्र-यहाँ (here), सन्ति-हैं (are), सङ्गणकयन्त्र प्रयोगशाला-कम्प्यूटर मशीनों की प्रयोगशाला (computer Laboratory), एतानि-ये (these), अस्माकम्-हमारे (our), उद्यानम्-बगीचा (garden), पुष्पाणि-अनेक फूल (many flowers), पठामः-पढ़ते हैं (read/are reading)।
सरलार्थः यह विद्यालय है। यहाँ विद्यार्थी, शिक्षक और शिक्षिकाएँ हैं।
यह कम्प्यूटर की प्रयोगशाला (Laboratory) है।
ये कम्प्यूटर हैं।
यह हमारे विद्यालय का बगीचा है।
बगीचे में फूल हैं।
हम सब यहाँ खेलते हैं और पढ़ते हैं।
ऋचा – तव नाम किम्?
प्रणवः – मम नाम प्रणवः।
तव नाम किम्?
ऋचा – मम नाम ऋचा।
त्वं कुत्र पठसि?
प्रणवः – अहम् अत्र एव पठामि।
ऋचा – अहम् अपि अत्र एव पठामि।
इदानीम् आवां मित्रे स्वः।
शब्दार्थाः (Word Meanings) :
तव-तुम्हारा (your), मम-मेरा (my), कुत्र-कहाँ (where), अत्र एव-यहीं (यहाँ ही) (here), अपि-भी (also), इदानीम्-अब (now), आवाम्-हम दोनों (we two), मित्रे-मित्र (दोस्त) (two friends), स्वः-(हम दोनों) हैं (we two) are।
सरलार्थः
(ख) ऋचा – तुम्हारा क्या नाम है?
प्रणव – मेरा नाम प्रणव है। तुम्हारा क्या नाम है?
ऋचा – मेरा नाम ऋचा है। तुम कहाँ पढ़ते हो?
प्रणव – मैं यहीं पढ़ता हूँ।
ऋचा – मैं भी यहीं पढ़ती हूँ। अब हम दोनों मित्र हैं।
(ग) शिक्षिका – छात्रा:! यूयं किं कुरुथ?
छात्राः – आचार्ये! वयं गच्छामः।
शिक्षिका – यूयं कूत्र गच्छथ?
छात्राः – वयं सभागारं गच्छामः।
शिक्षिकाः – युष्माकं पुस्तकानि कुत्र सन्ति?
छात्राः – अस्माकं पुस्तकानि अत्र सन्ति।
शब्दार्थाः (Word Meanings):
छात्रा:-हे छात्रों (बच्चों)! (oh students), यूयम्-तुम सब [you (all)], कुरुथ-(तुम सब) करते हो [you all (do)], आचार्ये!-हे आचार्या (oh teacher), वयम्-हम सब (we all), कुत्र-कहाँ (where), सभागारम्-सभागार को (Auditorium), युष्माकम्-तुम्हारी [your/of you (all)], अस्माकम्-हमारी (our), सन्तिहैं। arel
सरलार्थः शिक्षिका – हे छात्रों! तुम सब क्या करते हो?
छात्र – हे आचार्या! हम सभी जाते हैं।
शिक्षिका – तुम सब कहाँ जाते हो?
छात्र – हम सब सभागार (Hall) में जाते हैं।
शिक्षिका – तुम्हारी पुस्तकें कहाँ हैं?
छात्र – हमारी पुस्तकें यहाँ हैं।
(घ) शिक्षकः – छात्रौ! युवां किं कुरुथ:?
छात्रौ – आचार्य! आवां श्लोकं गायावः।
शिक्षकः – शोभनम्, किं युवां श्लोकं न लिखथः?
छात्रौ – आवां लिखावः, पठावः, गायावः, चित्राणि अपि रचयावः।
शिक्षकः – बहुशोभनम्।
शब्दार्थाः (Word Meanings) :
युवाम्-तुम दोनों (you two), किम्-क्या (what), कुरुथः-(तुम दोनो) करते हो [(you two) do], आवाम्-हम दोनों। (we two), गायावः-(हम दोनों) गाते हैं (we two sing are singing), अपि-भी (also), बहुशोभनम्-बहुत सुन्दर (very nice), शोभनम्-सुन्दर/ अच्छा (good), लिखथः-(तुम दोनों) लिखते हो [(you two write), लिखावः-(हम दोनों) लिखते हैं [(we two) write] , पठावः-(हम दोनों) पढ़ते हैं [(we two) write] , चित्राणि-चित्रों को (pictures), रचयाव:-हम दोनों (बनाते हैं) [(we two) create] या बहुशोभनम्-बहुत सुन्दर (very nice)।
सरलार्थः शिक्षक – हे छात्रों! तुम दोनों क्या करते हो?
दो छात्र – हे आचार्य! हम दोनों श्लोक (को) गाते हैं।
शिक्षक – सुन्दर/उत्तम, क्या तुम दोनों श्लोक (को) नहीं लिखते हो?
दो छात्र – हम दोनों लिखते हैं, पढ़ते हैं, गाते हैं, चित्रों को भी बनाते हैं।
शिक्षक – बहुत सुन्दर।