रोजनामचा का विभाजन क्या है ?
रोजनामचा को विभिन्न भागों में बाटें जाने को रोजनामचा का विभाजन (Sub-Division Of Journal) कहा जाता है ।
रोजनामचा यदि एक ही वही में नहीं तैयार कर उसे विभिन्न वहियों में तैयार किया जाय तो उसे रोजनामचे का विभाजन कहा जाता है ।
जिस व्यवसाय में बहुत अधिक लेन-देन होता है उस व्यवसाय में Sub-Division Of Journal को अपनाया जाता है ।
Sub-Division Of Journal के अन्तगर्त निम्नलिखित वही तैयार किया जाता है : –
- Cash Book (रोकड़ वही) – नगदी लेन-देनों को लिखने के लिए जो बही तैयार किया जाता है उसे Cash Book (रोकड़ वही) कहा जाता है ।
- Purchase Book (क्रय वही) – उधार खरीदे गये वस्तुओं को लिखने के लिए जो वही तैयार किया जाता है उसे Purchase Book (क्रय वही) कहा जाता है ।
- Sales Book ( विक्रय वही ) – उधार बेचे गये वस्तुओं को लिखने के लिए जो वही तैयार किया जाता है उसे Sales Book ( विक्रय वही ) कहा जाता है ।
- Purchase Return Book ( क्रय वापसी वही) – उधार खरीदे गये वस्तुओं में से जो वस्तुएँ वापस कर दी जाती है उसे लिखने के लिए जो वही तैयार करते हैं उसे Purchase Book ( क्रय वापसी वही) कहा जाता है ।
- Sales Return Book (विक्रय वापसी वही) – उधार बेचे गये वस्तुओं में से जो वस्तुएँ वापस आ जाती है उसे लिखने के लिए जो वही तैयार किया जाता है उसे Sales Return Book (विक्रय वापसी वही) कहा जाता है ।
- Bills Receivable Book (प्राप्य विपत्र वही ) – ऋणियों से प्राप्त हुए विपत्र को लिखने के लिए जो वही तैयार किया जाता है उसे Bills Receivable Book (प्राप्य विपत्र वही ) कहा जाता है ।
- Bills Payable Book (देय विपत्र वही) – महाजनों को दिए विपत्र को लिखने के लिए जो वही तैयार करते है उसे Bills Payable Book (देय विपत्र वही) कहा जाता है ।
- Journal Proper Book (रोजनामचा प्रधान वही ) – ऐसा कोई लेन- देन जिसका सम्बंध प्रथम सात वही में से किसी से नहीं होता है, ऐसे लेन-देन को लिखने के लिए जो वही तैयार करते है उसे Journal Proper Book (रोजनामचा प्रधान वही )कहा जाता है ।