Category: Accounting in Hindi

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बैंक समाधान विवरण (Bank Reconicliation Statement) की आवश्यकता एवं महत्व क्या है ?

बैंक समाधान विवरण (Bank Reconicliation Statement) की आवश्यकता एवं महत्व क्या है ? बैंक समाधान विवरण की आवश्यकता एवं महत्व निम्नलिखित है : रोकड़ बही या पास बुक में की गई भूलों व त्रुटियों का पता लगाना एवं इन्हें दूर करने के उपाय ढूँढना।   अभिलेखों को अद्यतन बनाए रखना।   रोकड़ व बैंक का…
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बैंक समाधान विवरण (Bank Reconicliation Statement) की विशेषताएँ क्या है ?

बैंक समाधान विवरण (Bank Reconicliation Statement) की विशेषताएँ क्या है ? बैंक समाधान विवरण की निम्नलिखित मुख्य विशेषताएँ है : बैंक समाधान विवरण रोकड़ बही शेष एवं पास बुक शेष के मिलाना हेतु तैयार किया जाता है।   बैंक समाधान विवरण समय-समय पर तैयार किया जाता है। साधारणतया महीने के अंत में या तीन महीने…
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बैंक समाधान विवरण (Bank Reconciliation Statement) क्या है ?

बैंक समाधान विवरण (Bank Reconciliation Statement) क्या है ? Cash Book एवं Pass Book के शेष में होने वाले अंतर को मिलाने के लिए जो लेखा तैयार किया जाता है उसे बैंक समाधान विवरण (Bank Reconciliation Statement) कहा जाता है। दूसरे शब्दों में Cash Book एवं Pass Book के शेषों में जिन-जिन कारणों से अंतर…
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Bank Reconicliation Statement

Bank Reconicliation Statement बैंक समाधान विवरण (Bank Reconciliation Statement) क्या है ? बैंक समाधान विवरण (Bank Reconicliation Statement) की विशेषताएँ क्या है ? बैंक समाधान विवरण (Bank Reconicliation Statement) की आवश्यकता एवं महत्व क्या है ? Cash Book और Bass Book क्या है ? चैक का अपमान (Dishonoured Of Cheque) क्या है ? Cash Book…
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रोजनामचा तथा खाता-बही में मुख्य अंतर क्या है ?

रोजनामचा तथा खाता-बही में मुख्य अंतर क्या है ? रोजनामचा और खाता बही में मुख्य अंतर निम्नलिखित है : रोजनामचा प्रथम प्रविष्टि की पुस्तक है जबकि खाता-बही द्वितीय प्रविष्टि की पुस्तक है। रोजनामचा काल-क्रमानुसार अभिलेखों की बही है जबकि खाता-बही विश्लेषणात्मक अभिलेख है। रोजनामचा के सहायता से अंतिम खाते नहीं बनाये जा सकते है ,…
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खाता-बही (Ledger) का उद्देश्य क्या है ?

खाता-बही (Ledger) का उद्देश्य क्या है ? खाता-बही का उद्देश्य सौदों को इस प्रकार वर्गीकृत करना है ताकि आवश्यक सूचना सारांशित था वर्गीकृत रूप में प्राप्त हो सके।

शेष ज्ञात करना क्या होता है ?

शेष ज्ञात करना क्या होता है ? खाता बही में सभी खातों के दोनों पक्षों की राशियों के अंतर को दर्शाने के लिए अपनायी गई प्रक्रिया को खातों का शेष निकालना कहा जाता है।

खतियाना(Posting) क्या है ?

खतियाना(Posting) क्या है ? जर्नल से खता-बही में प्रविष्टियों के स्थानांतरण की प्रक्रिया को खतियान या खतौनी कहते है।

खातों (Ledger) के प्रकार क्या है और उसके शेष निकालने की विधि क्या है ?

खातों (Ledger) के प्रकार क्या है और उसके शेष निकालने की विधि क्या है ? व्यक्तिगत खाता/दायित्व एवं पूँजी खाता के शेष निकालने की विधि : इन खातों के रखने का उद्देश्य यह है कि हम यह जान सकें कि किससे कितना रुपया लेना है और किसे कितना रुपया देना है। अतः इस प्रकार के…
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Credit Balance क्या है ?

Credit Balance क्या है ? यदि क्रेडिट भाग का योग डेबिट भाग के योग से अधिक हो तो अंतर की राशि खाता के डेबिट भाग में To Balance c/d के रूप में लिखी जाएगी और ऐसे शेष को क्रेडिट बैलेंस (Credit Balance)कहा जाएगा। क्रेडिट बैलेंस (Credit Balance) को अगले महीने या नए वर्ष की पहली…
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