Depreciation के लिए समायोजन (Adjustment) क्या है ?
सम्पतियों के मुल्य में धीरे-धीरे जो कमी होती हैं उसे Depreciation (ह्रास ) कहा जाता है।
सम्पत्ति के प्रयोग होने के कारण अथवा उसकी टूट-फुट, घिसावट या समय व्यतीत होने आदि के कारण वर्ष के अंत में उसके मूल्य में जो कमी हो जाती है, उसे ही ह्रास कहा जाता है। कभी-कभी मूल्य में परिवर्तन व आविष्कार के कारण भी मूल्य में कमी होती है। प्रायः स्थायी सम्पत्तियों के लिए ह्रास का प्रावधान करना पड़ता है।
साधारणतया एक निश्चित प्रतिशत से ह्रास का आगणन किया जाता है।
ह्रास की गणना (Calculation Of Depreciation )
ह्रास एक निश्चित दर से सम्पत्ति के पुस्तकीय मूल्य पर प्रयोग की अवधि के लिए लगाया जाता है।
Depreciation = Cost Of Assets * Rate / 100
यदि यह दिया गया हो कि ह्रास की गणना समय अवधि को ध्यान में रखते हुए की जायेगी।
Depreciation = Cost Of Assets * Rate * Months/ 100
समायोजन लेखा :-
इसे Fixed Assets में से घटाया जाता है तथा Profit And Loss A/c के Credit Side में लिखा जाता है।
Depreciation का समायोजन प्रविष्टिया :-
Depreciation A/c ……… Dr
To Assets A/c
(Being Depreciation Charged)
Profit & Loss A/c ……….. Dr.
To Depreciation A/c
(Being Depreciation Transferred To profit & Loss A/c)