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Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions शुद्ध-अशुद्ध-प्रकरणम्

Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions शुद्ध-अशुद्ध-प्रकरणम् 1. निम्न वाक्यों में क्रियापदों को शुद्ध करो। (i) ते छात्राः अक्रीडत्। (ii) रामः सत्यम् अवदन्। (iii) भवान् न जानासि। (iv) त्वं किं करोति? (v) तव नाम किम् असि? (vi) त्वं मूर्योऽस्ति। (vii) सः शीघ्रं गमिष्यन्ति। (viii) यूयं पठसि। (ix) वयं पठावः। (x) तौ न हसन्ति। उत्तरम्- (i) ते…
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Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions अव्यय-प्रकरणम्

Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions अव्यय-प्रकरणम् पाठ्यक्रम में निम्न अव्यय पदों का समावेश है- 1. अलम् 2. अन्तः 3. बहिः 4. अधः 5. उपरि 6. उच्चैः 7. नीचैः 8. कदापि 9. पुनः।   इनके अतिरिक्त पाठों में न, च, यदा, कदा, कुत्र, अपि, एव, तथा, हि, किम्, अद्य, ह्यः, श्वः यदि, तथैव, सह, उभयतः, परितः,…
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Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions कारक व उपपद विभक्तियाँ

Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions कारक व उपपद विभक्तियाँ वाक्य में क्रिया के साथ जिस शब्द का साक्षात् सम्बन्ध हो उसे कारक कहते हैं। जैसे- रमा चलति, देवः पठति। संस्कृत में छ: कारक होते हैं-   कर्ता कर्म करण सम्प्रदान अपादान अधिकरण संस्कृत में संबंध को कारक नहीं माना गया है क्योंकि इसका क्रिया के…
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Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions समयलेखनम्

Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions समयलेखनम् ‘भवतः घटिकायां कः समयः?’ अथवा ‘भवतः घटिकायां किं वादनम्?’ ऐसे प्रश्नों का उत्तर हम हिन्दी अथवा अंग्रेजी भाषा में आसानी से दे पाते हैं। यदि हमें उत्तर संस्कृत में देना हो तो हमें कठिनाई महसूस होती है। इसके लिए संस्कृत भाषा में भी समय का ज्ञान होना आवश्यक है।…
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Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions समास-प्रकरणम्

Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions समास-प्रकरणम् समास – ‘संक्षिप्तीकरणम् एव समासः भवति’ अर्थात् समास शब्द का अर्थ संक्षेप होता है। जहाँ दो या दो से अधिक पद अपने कारक (विभक्ति) चिह्नों को छोड़कर एक हो जाएँ, उन्हें समास कहते हैं। समास के कारण जो नया पद बनता है उसे समस्तपद कहते हैं। जैसे- नृपस्य सेवकः…
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Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions उपसर्ग-प्रत्यय-प्रकरणम् च

Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions उपसर्ग-प्रत्यय-प्रकरणम् च उपसर्ग-प्रकरणम् उपसर्ग – वे शब्द जो किसी धातु या संज्ञादि शब्दों से पूर्व जुड़कर उनके अर्थ में परिवर्तन कर देते हैं। जैसेगच्छति- जाता है, आगच्छति- आता है। इसमें ‘आ’ उपसर्ग लगने से अर्थ बदल गया है।   संस्कृत-भाषा में बाईस उपसर्ग माने गए हैं- प्र, परा, अप्, सम्,…
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Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions धातुरूप-प्रकरणम्

Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions धातुरूप-प्रकरणम् जिन शब्दों से कार्य के होने या करने का बोध हो उसे ‘क्रिया’ कहते हैं तथा उसके मूल रूप को धातु कहते हैं। जैसे- लिखना क्रिया का मूल रूप है लिख् अतः लिखना क्रिया की धातु ‘लिख्’ है। धातु के रूप पाँच लकारों में बनते हैं।   लट् लकारः…
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Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions सर्वनाम-प्रकरणम्

Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions सर्वनाम-प्रकरणम् सर्वनाम – ये शब्दाः संज्ञापदानां स्थाने प्रयुज्यन्ते ते सर्वनामशब्दाः भवन्ति। (जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयुक्त होते हैं, उन्हें सर्वनाम कहते हैं) जैसे- रामः-सः, सीता-सा। संस्कृत में सर्वनाम शब्दों के रूप तीनों लिंगों तथा वचनों में होते हैं। सर्वनाम शब्दों को जानने के लिए पुरुष को जानना भी…
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Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions संख्यावाचक-विशेषणपदानि

Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions संख्यावाचक-विशेषणपदानि (क) एक से दस तक सभी विभक्तियों के रूप पुँल्लिङ्ग, स्त्रीलिङ्ग तथा नपुंसकलिङ्ग में एक से चार तक पृथक्-पृथक् रूप होते हैं। यथा एक के रूप एकवचन में, द्वि के द्विवचन में तथा त्रि, चतुर आदि के रूप बहुवचन में होते हैं।   (ख) ग्यारह से बीस तक संख्यावाचक…
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Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions शब्द-रूपाणि

Sanskrit Vyakaran Class 8 Solutions शब्द-रूपाणि (i) अजन्त-शब्दाः अकारान्त, पुंल्लिङ्ग-शब्दः   विद्यालय (पाठशाला) समान शब्द – छात्र, अध्यापक, पुस्तकालय, तडाग आदि। छात्र शब्द का रूप तृतीया विभक्ति एकवचन में छात्रेण तथा षष्ठी विभक्ति बहुवचन में छात्राणाम् होता है ऋ, र्, ष् के परे न् को ण् हो जाता है।   देव (देवता) राम, अश्व, शिव,…
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